संस्कृत दिवस

संस्कृत दिवस

संस्कृते मधुरं वाक्यं संस्कृते मधुरो  ध्वनिः |

संस्कृते विविधं ज्ञानम् पठामः संस्कृतं वयम् ||

अस्माकं  बाल   भवन  इन्टरनेशनल  विद्यालये   4 अगस्त  तीथिं  संस्कृत  दिवसस्य आयोजनं अभवत्  | अस्मिन्  शुभदिवसस्य शुभारम्भम् प्रार्थना सभायात् अभवत् |  प्रार्थना सभायां अनेकानि गतिविधियाः प्रस्तुतं अकुर्वन् | सर्वप्रथमम्  मोन्या अत्री  " या  देवी सर्वभूतेषु--------- नमोनमः || " श्लोकात्  प्रार्थनासभायाः शुभारम्भम् अकरोत् | तत्पश्चात् श्रदा मधुरवचने गायत्री मन्त्रं अप्रस्तुतवान् | आदया  अनुष्का च संस्कृत दिवसे सुन्दरं विचारं अवदतां | दीक्षया एकं सुन्दरं कविता पाठं प्रस्तुतं अकरोत् | गीतं  पश्चात् छात्रया  " शुभं करोति कल्याणं ------------ आरोग्यं धन सम्पदा ||"  मनमोहकम्  नृत्यं कृतवान् | सर्वत्र आनन्दमयी  वातावरणं  आसीत्  | संस्कृत शिक्षिका महोदया मोनिका राणा संस्कृत सम्भाषणम् अप्रस्तुतवान् | सा अकथयत् - " संस्कृत अनुरागं देशाय अनुरागं अस्ति | " राष्ट्रीय  गानस्य  पश्चात “सर्वे भवन्तु सुखिनः ------ मा कश्चिद् दुखभाग भवेत् || “ इति श्लोकात्  प्रार्थना सभाया: समापनं अभवत्  |

अस्मिन्  दिवसे संस्कृत प्रतियोगितायाः आयोजनं  अपि अकरोत् | ताः   सन्ति  -

 कक्षा पञ्चमी -  स्वपरिचयं                               कक्षा षष्ठी - श्लोक उच्चारण 

कक्षा - कविता पाठ                                            कक्षा - अभिनय प्रतियोगिता 





संस्कृत दिवस

बाल भवन इंटरनेशनल स्कूल में संस्कृत दिवस का आयोजन किया गया |इस दिन का शुभ आरंभ प्रार्थना सभा से किया गया | प्रार्थना सभा में अनेक गतिविधियाँ प्रस्तुत की गई | सबसे पहले मोन्या अत्री ने ‘या देवी सर्व भूतेषु’ श्लोक द्वारा प्रार्थना सभा का आरंभ किया, इसके उपरांत श्रद्धा ने मधुर वाणी में गायत्री मंत्र का गायन किया | आद्या और अनुष्का द्वारा सुंदर विचार प्रस्तुत किए गए तथा दीक्षा द्वारा सुंदर गीत ‘मनस सततम’ प्रस्तुत किया गया जिसे सुनकर मन अति मनमोहक हो गया| इसके उपरांत बच्चों द्वारा ‘शुभ करोति कल्याण’ गीत पर सुंदर नृत्य पेश किया गया|  नृत्य देखकर सबका हृदय आनंदमय हो गया | इसके उपरांत संस्कृत अध्यापिका श्रीमति मोनिका राणा जी ने संस्कृत संभाषण किया तथा बताया कि “संस्कृत के लिए अनुराग होगा देश के प्रति अनुराग होगा|” राष्ट्रीयगान के पश्चात सभी की मंगल कामना करते हुए प्रार्थना सभा का समापन किया गया | इस अवसर पर कुछ प्रीतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया-

      कक्षा- पाँचवी – स्वपरिचय,  छठी –   श्लोक उच्चारण

         सातवीं –  कविता पाठ  आठवीं –  अभिनय प्रतियोगिता (स्वतंत्रता सेनानियों का)