गुरु नानक देव जी

अहंकार से सब कुछ बर्बाद हो जाता है इसलिए अहंकार न रखें। हृदय में सेवा भाव रखें तभी जीवन में सुख शांति बनी रहती है। तो ऐसे सुविचार थे गुरु नानक देव जी के। गुरु नानक देव जी का जन्म ननकाना साहिब में हुआ और इनका जन्मदिन प्रकाश पर्व के रूप में मनाया जाता है।इस अवसर पर स्कूल में विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। प्रभात फेरी निकली गई जिसमें शबद पढ़े गए। इसके बाद मूल मंत्र का जाप किया गया। लघु नाटिका के माध्यम से गुरु नानक देव जी की तीन प्रमुख शिक्षाओं के बारे में बताया गया ,”नाम जपो, किरत करो, वंड छको”!

इन तीनों शिक्षाओं का मतलब है कि ईश्वर का नाम जपें, ईमानदारी से काम करें, और ज़रूरतमंदों के साथ बाँटकर खाएँ। सभा के अंत में सभी अध्यापक व अध्यापिकाओं के साथ मिलकर छात्रों ने कड़ाह प्रसाद ग्रहण किया।